Dhan ki msp me 3% increase | धान की एमएसपी में 3% की बढ़ोतरी से किसानों को कितना फायदा? | 3% increase in MSP of paddy |

3% increase in MSP of paddy in Hindi: आज की तारीख, 29 मई 2025, को एक बड़ी खबर सामने आई है जो देश के किसानों के लिए खुशखबरी लेकर आई है। केंद्र सरकार ने धान की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में 3% की बढ़ोतरी कर दी है। इसका मतलब है कि अब किसानों को उनकी फसल के लिए पहले से ज्यादा दाम मिलेंगे। आइए, इस खबर को थोड़ा आसान भाषा में समझते हैं और देखते हैं कि इसका किसानों पर क्या असर होगा।

धान की एमएसपी (MSP of paddy) में कितनी बढ़ोतरी हुई?

सरकार ने धान की एमएसपी को 3% बढ़ाने का फैसला किया है। इसका मतलब ये हुआ कि पिछले साल के मुकाबले इस साल धान की कीमत में इजाफा होगा।

3% increase in MSP of paddy
3% increase in MSP of paddy
  • कॉमन धान की नई एमएसपी अब 2,369 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है।
  • ग्रेड-ए धान की नई एमएसपी 2,389 रुपये प्रति क्विंटल तय की गई है।
    पिछले साल 2024-25 में कॉमन धान की एमएसपी 2,300 रुपये प्रति क्विंटल थी, यानी इसमें 69 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। ग्रेड-ए धान की कीमत में भी इतनी ही बढ़ोतरी हुई है।

14 फसलों की एमएसपी (MSP) बढ़ाई गई

धान के अलावा सरकार ने 14 खरीफ फसलों की एमएसपी में भी बढ़ोतरी की है। इनमें मक्का, बाजरा, ज्वार, रागी, तिल, अरहर, मूंग, उड़द, मूंगफली, सूरजमुखी, सोयाबीन, कपास, और रामतिल जैसी फसलें शामिल हैं। सबसे ज्यादा बढ़ोतरी तिल की एमएसपी में हुई है, जो 7.75% बढ़कर 9,323 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। वहीं, अरहर की कीमत में 7.1% की बढ़ोतरी हुई है, और अब इसकी एमएसपी 8,000 रुपये प्रति क्विंटल है।

किसानों को कितना फायदा होगा?

अब सवाल ये है कि इस बढ़ोतरी से किसानों को कितना फायदा होगा? सरकार का कहना है कि इस बार धान की एमएसपी में 3% की बढ़ोतरी से किसानों को करीब 2,07,000 करोड़ रुपये का फायदा होगा। यानी, उनकी कमाई में सीधे तौर पर इतना इजाफा होगा।

  • अगर एक किसान 100 क्विंटल धान पैदा करता है, तो उसे पिछले साल के मुकाबले 6,900 रुपये ज्यादा मिलेंगे (69 रुपये प्रति क्विंटल x 100 क्विंटल)।
  • तिल और अरहर जैसी फसलों की ज्यादा बढ़ोतरी से उन किसानों को और फायदा होगा जो ये फसलें उगाते हैं।

ब्याज सहायता योजना का भी ऐलान:-

एमएसपी बढ़ाने के साथ-साथ सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है। किसानों को अब 7% की दर पर 2,00,000 रुपये तक का कर्ज बिना किसी गारंटी के मिलेगा। ये कर्ज खेती से जुड़े कामों के लिए होगा, जैसे बीज, खाद, या दूसरी जरूरतों के लिए। इससे छोटे किसानों को काफी राहत मिलेगी, क्योंकि उन्हें कर्ज लेने के लिए ज्यादा दौड़भाग नहीं करनी पड़ेगी।

फसलों की बढ़ी हुई एमएसपी की लिस्ट:-

यहाँ कुछ प्रमुख फसलों की नई एमएसपी की जानकारी दी जा रही है:

  • धान (कॉमन): 2,369 रुपये/क्विंटल (3% बढ़ोतरी)
  • धान (ग्रेड-ए): 2,389 रुपये/क्विंटल (3% बढ़ोतरी)
  • तिल: 9,323 रुपये/क्विंटल (7.75% बढ़ोतरी)
  • अरहर: 8,000 रुपये/क्विंटल (7.1% बढ़ोतरी)
  • मूंग: 9,050 रुपये/क्विंटल (5% बढ़ोतरी)
  • उड़द: 7,850 रुपये/क्विंटल (5% बढ़ोतरी)
  • मूंगफली: 6,750 रुपये/क्विंटल (4.5% बढ़ोतरी)
  • सूरजमुखी: 7,150 रुपये/क्विंटल (4% बढ़ोतरी)
  • सोयाबीन: 4,950 रुपये/क्विंटल (3.5% बढ़ोतरी)
  • बाजरा: 2,750-3,125 रुपये/क्विंटल (3-5% बढ़ोतरी)

इसका असर क्या होगा?

इस बढ़ोतरी से किसानों की जेब में ज्यादा पैसा आएगा, जिससे उनकी आर्थिक हालत सुधरेगी। साथ ही, ब्याज सहायता योजना से उन्हें कर्ज लेना आसान होगा, जिससे वो अपनी खेती को और बेहतर कर सकेंगे। लेकिन कुछ लोग कह रहे हैं कि 3% की बढ़ोतरी धान के लिए कम है, क्योंकि महंगाई की दर इससे ज्यादा है। फिर भी, ये कदम किसानों के लिए एक सकारात्मक शुरुआत तो है ही।

सरकार का मकसद क्या है?

सरकार का कहना है कि वो किसानों की आय को दोगुना करना चाहती है। इसके लिए वो एमएसपी बढ़ाने के साथ-साथ दूसरी योजनाओं पर भी काम कर रही है। साथ ही, सरकार चाहती है कि किसान ज्यादा फायदा देने वाली फसलों को उगाएँ, जैसे तिल और अरहर, ताकि उनकी कमाई बढ़े।

कुल मिलाकर, धान की एमएसपी में 3% की बढ़ोतरी और दूसरी फसलों की कीमतों में इजाफा किसानों के लिए अच्छी खबर है। साथ ही, 2 लाख रुपये तक का बिना गारंटी कर्ज भी उनकी मदद करेगा। लेकिन ये बढ़ोतरी काफी है या नहीं, ये तो वक्त बताएगा। आप इस खबर के बारे में क्या सोचते हैं? अपनी राय हमें जरूर बताएँ!

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