Top 10 Wheat Variety in 2025 | Gehu ki variety | अधिक पैदावार देने वाली टॉप 10 गेहूं की किस्म |

हम बात करने जा रहे हैं गेहूं की खेती के लिए सबसे ज्यादा पैदावार देने वाली टॉप 10 बेहतरीन गेहूं की किस्मों (Top 10 Wheat Variety) के बारे में। गेहूं की इन किस्मों से आपको कितनी पैदावार मिलेगी? खासियत क्या है? कमजोरी क्या है? कितना उत्पादन मिल सकता है? इसे किस तरह की जमीन पर लगाया जा सकता है? कितनी सिंचाई की जरूरत होगी? क्या गिरने की समस्या है? और जमीनी स्तर से आप कितना उत्पादन लेने में कामयाब हो सकते हैं?

Wheat Variety
Wheat Variety

इन सभी सवालों की पूरी जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी। अंत में, गेहूं की फसल (wheat crop) में एक पोषक तत्व ऐसा है जिसकी कमी से पैदावार लगातार कम हो रही है, तो वह कौन सा पोषक तत्व है? वह कौन सा पोषक तत्व है? इसकी जानकारी आपको इस पोस्ट में जरूर मिलेगी। दोस्तों, सबसे पहले हम गेहूं की टॉप 10 बेहतरीन किस्मों(Top 10 Wheat Variety) के बारे में जानते हैं।

Wheat Variety
Wheat Variety

(1) wheat variety DBW 187 :-

पहले नंबर पर हमने DBW 187 गेहूं की किस्म को रखा है, जिसे करण वंदना के नाम से भी जाना जाता है। इस किस्म को करनाल विश्वविद्यालय ने 2018-19 में सिंचित क्षेत्रों के लिए विकसित किया था यानी अगर आपके पास उपजाऊ दोमट मिट्टी और अच्छी सिंचाई सुविधाएं हैं, तो आप DBW 187 (करण वंदना) से अच्छा उत्पादन ले सकते हैं। गेहूं की यह किस्म खाने और बेचने दोनों ही उद्देश्यों के लिए बहुत अच्छी है।

समय की बात करें तो आप इस किस्म की बुवाई 25 अक्टूबर से 25 नवंबर तक कर सकते हैं। सिंचाई की बात करें तो 6 से 7 बार पानी देने की जरूरत पड़ने वाली है। अगर इसके उत्पादन की बात करें तो DVW 187 गेहूं किस्म से आप 25 क्विंटल से लेकर 30 क्विंटल तक की पैदावार ले सकते हैं।

यह किस्म करीब 125 से 130 दिन में पक कर तैयार हो जाती है यानी DBW 187 गेहूं किस्म भी बहुत ही शानदार किस्म है और अच्छा उत्पादन देने वाली किस्मों में से एक है इसलिए हमारे किसान भाई DBW 187 गेहूं किस्म लगा सकते हैं।

(2) श्रीराम सुपर 303 गेहूं की किस्म :-

हमने दूसरे पायदान पर श्रीराम सुपर 303 गेहूं की वैरायटी (Wheat Variety) को रखा है। श्रीराम सुपर 303 गेहूं की वैरायटी की बाली लंबी होती है और उच्चतम पैदावार देने वाली यह भी काफी बेस्ट और सर्वश्रेष्ठ वैरायटी है। यह किस्म खाने और बेचने दोनों में बेस्ट है। इसकी 90 से 95 सेंटीमीटर प्लांट की हाइट होती है। टाइमिंग की बात करें तो अक्टूबर अंतिम सप्ताह से लेकर के मध्य नवंबर में आप बुवाई कर सकते हैं।

दोस्तों पैदावार 22 क्विंटल से लेकर के 28 क्विंटल तक प्रति एकड़ श्रीराम सुपर 303 गेहूं की वैरायटी से निकाल सकते हैं। समय अवधि की बात करें तो 130 से 135 दिन में श्रीराम सुपर 303 गेहूं की वैरायटी तैयार हो जाती है। श्रीराम सुपर 303 गेहूं की वैरायटी के 1000 दानों का वजन 40 से 50 ग्राम होता है।

एक एकड़ में 40 से 50 किलोग्राम सीट्स की रिक्वायरमेंट पड़ने वाली है।इस वैरायटी को आप उपजाऊ भूमि पर लगाएं अच्छी पैदावार देखने के लिए मिलेगी यानी मध्यम अवधि की अच्छी पैदावार देने वाली यह वैरायटी है। तो हमारे किसान भाई श्रीराम सुपर 303 गेहूं की वैरायटी को लगा सकते हैं।

(3) एचडी 3086 :-

दोस्तों , हमने गेहूँ की खेती के लिए तीसरे पायदान पर एचडी 3086 गेहूं की वैरायटी को रखा है। इसे पूसा गौतमी के नाम से भी जाना जाता है. यह गेहूं की एक नई किस्म है और उत्तर पश्चिमी मैदानी क्षेत्र में सिंचित परिस्थितियों में समय पर बुआई के लिए उपयुक्त है।

एचडी 3086 गेहूं की वैरायटी की बुवाई समय पर करने से 25 क्विंटल से लेकर के 28 क्विंटल तक पैदावार एक एकड़ से निकाल सकते हैं। एचडी 3086 गेहूं की वैरायटी की हाइट मध्यम होती है ,लेकिन कभी-कभी ज्यादा पासपास में और ज्यादा बीज की बवाई करते हैं और ज्यादा यूरिया का इस्तेमाल करते हैं, तो गिरने की समस्या भी कहीं-कहीं पर आ जाती है।

(4) पूसा तेजस गेहूं किस्म :-

दोस्तों, गेहूं की खेती के लिए हमने चौथे नंबर पर पूसा तेजस गेहूं किस्म (Wheat Variety) को रखा है। यह किस्म आईसीए इंदौर द्वारा वर्ष 2016 में जारी की गई थी, जो मध्य प्रदेश के लिए सबसे अच्छी किस्म है और मालवा बेल्ट में बड़ी मात्रा में बोई जाती है। पूसा तेजस की बाली मध्यम आकार की होती है, लेकिन दानों का वजन बहुत अधिक होता है। गेहूं की यह किस्म 130 से 135 दिन में पक कर तैयार हो जाती है।

इसके पौधे की लंबाई 82 से 89 सेंटीमीटर होती है, यानी इस किस्म में गिरने की समस्या न के बराबर होती है। इसकी बुवाई की बात करें तो पूसा तेजस की बुवाई अक्टूबर के आखिरी सप्ताह से लेकर नवंबर के मध्य और नवंबर के आखिरी सप्ताह तक की जा सकती है। वैसे एमपी के किसान 15 दिसंबर तक पूसा तेजस की बुवाई कर देते हैं। एक एकड़ में 40 किलो से 55 किलो बीज की जरूरत होती है।

अगर आप पूसा तेजस किस्म की बुवाई देर से कर रहे हैं, तो आपको 60 किलो तक बीज बोना होगा। पूसा तेजस का पौधा मोटा होता है और इसकी बढ़वार ज्यादा होती है. पत्ते गहरे हरे रंग के होते हैं. सिंचाई की बात करें तो चार से छह सिंचाई की जरूरत पड़ती है. यह किस्म पीला और भूरा रतुआ के प्रति सहनशील है. इस किस्म की बुआई आप अगेती, समय पर और देर से कर सकते हैं. पूसा तेजस की बुआई रोटी के लिए न करें.

इसे बेचने के उद्देश्य से बोएं क्योंकि इसका ज्यादातर इस्तेमाल नूडल्स, हलवा सूजी, आटा और दलिया के रूप में होता है. एक एकड़ से आप इसकी 28 से 30 क्विंटल तक पैदावार ले सकते हैं. इसके दाने थोड़े भारी होते हैं 1000 दानों का वजन करीब 50 से 60 ग्राम होता है यानी दाना काफी भारी होता है.

(5) DBW 303 (करण वैष्णवी) गेहूं की किस्म:-

हमने पांचवे स्थान पर DBW 303 गेहूं की किस्म (Wheat Variety) को रखा है, जिसे करण वैष्णवी के नाम से भी जाना जाता है। DBW 303 को करण वैष्णवी नाम से करनाल विश्वविद्यालय द्वारा 2021 में जारी किया गया था। यह उत्तर-पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों में जल्दी बुआई के लिए उपयुक्त है। इस किस्म के लिए बुआई का सबसे अच्छा समय 25 अक्टूबर से 15 नवंबर तक है।

इसे खाने और बेचने दोनों के लिए एक ही रेट मिलता है। इसके पकने की बात करें तो इसमें करीब 135 से 140 दिन लगने वाले हैं। इससे आप एक एकड़ में 28 क्विंटल से 32 क्विंटल तक की उपज प्राप्त कर सकते हैं। पौधे की ऊंचाई 95 सेंटीमीटर होती है, इसलिए गिरने की समस्या नहीं होती है। अगर आप इस किस्म से अच्छा उत्पादन प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको उपजाऊ भूमि और सिंचित क्षेत्रों का चयन करना चाहिए।

डीबीडब्लू 303 किस्म की खासियतें: इसमें 12.1 प्रतिशत प्रोटीन होता है। यह पीले, भूरे और काले रतुआ प्रतिरोधी किस्म है।

(6) Wheat Variety- WH 1270:-

हमने छठे नंबर पर WH 1270 गेहूं की किस्म (Wheat Variety) को रखा है। इस किस्म को 2019 में हिसार (HU) द्वारा विकसित किया गया है। इस किस्म को उपजाऊ जमीन और भरपूर सिंचाई सुविधाओं के लिए बनाया गया है। यानी अगर उपजाऊ जमीन है, अच्छी सिंचाई सुविधाएं हैं, आप उचित देखभाल करते हैं, उचित पोषण प्रबंधन है, तो उन इलाकों में WH 1270 गेहूं की किस्म काफी हिट होने वाली है।

लेकिन ध्यान रहे कि हल्की जमीन और कम सिंचाई वाले इलाकों में और देर से बुवाई बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। इसके बीज की मात्रा की बात करें तो आपको एक एकड़ में 40 किलो बीज बोना चाहिए। इसकी सिंचाई की बात करें तो पांच से छह सिंचाई की जरूरत पड़ने वाली है। इसके पकने के समय की बात करें तो इसमें करीब 155 दिन लगेंगे।

इसकी बुवाई के समय की बात करें तो आप 25 अक्टूबर से 10 नवंबर तक बुवाई कर सकते हैं यानि दोस्तों मान लीजिए कि अगर आप अच्छे तरीके से खेती करते हैं तो आपको WH 1270 की अधिकतम पैदावार मिल सकती है और यह किस्म खाद बीज की दुकानों पर आसानी से उपलब्ध भी हो जाती है।

(7) DBW 327 (करण शिवानी) किस्म :-

गेहूं की शीर्ष 10 किस्मों में DBW 327 को सातवें नंबर पर रखे है, जिसे करण शिवानी के नाम से भी जाना जाता है। DBW 327 गेहूं किस्म को 2021 में करनाल विश्वविद्यालय द्वारा विकसित किया गया है। इसके पौधे की ऊंचाई 98 सेंटीमीटर है, यह एक बौनी किस्म है, इसलिए गिरने की समस्या नहीं है। इसके 1000 दानों का वजन लगभग 48 ग्राम होता है और इसकी खासियत उच्च तापमान को सहन करने की क्षमता है।

अगर बेमौसम बारिश और बेमौसम हवा हो, तो ऐसी परिस्थितियों में भी यह उच्च तापमान को सहन करने की क्षमता रखती है। यानि यह प्रतिकूल वातावरण के प्रति सहनशील किस्म है। अगर इस किस्म के पकने की बात करें तो इसमें करीब 155 दिन का समय लगने वाला है। उत्पादन की बात करें तो इस किस्म की पैदावार 30 क्विंटल से लेकर 34 क्विंटल तक निकाली गई है।

इसके बाली की लंबाई अच्छी होती है, यह खाने में स्वादिष्ट होती है। इसकी रोटी मुलायम होती है और पौधे की ऊंचाई भी अच्छी होती है। तो DVW 327 किस्म भी बहुत बढ़िया किस्म है। इस किस्म का 40 से 50 किलो बीज एक एकड़ में बोना चाहिए।

(8) राज-4037 गेहूं किस्म:-

आठवें स्थान पर हमने राज-4037 गेहूं किस्म ((Wheat Variety) को रखा है, इस किस्म को 2004 में दुर्गापुर विश्वविद्यालय जयपुर राजस्थान द्वारा विकसित किया गया था। राज-4037 गेहूं किस्म भी कई किसानों की पसंदीदा किस्म है। इस किस्म का उत्पादन काफी बेहतरीन होता है, अगर आप इस गेहूं किस्म के पकने की बात करें तो यह करीब 120 से 125 दिन में पक जाती है,

यह गेहूं किस्म (Wheat Variety) मध्यम ऊंचाई 85 से 95 सेंटीमीटर की होती है। यानी इसमें गिरने की बिल्कुल भी समस्या नहीं होती है और एक एकड़ में 20 क्विंटल से 25 क्विंटल तक की पैदावार मिल सकती है। अगर हल्की सिंचाई की सुविधा है तो आप वहां पर भी राज-4037 गेहूं किस्म लगा सकते हैं। यानी इस किस्म में अधिक गर्मी सहने की क्षमता होती है और यह किस्म उन क्षेत्रों में भी अच्छा प्रदर्शन देती है जहां पर थोड़ी मध्यम सिंचाई की सुविधा है।

इसकी रोटी मुलायम होती है इसलिए यह किस्म खाने में भी अच्छी होती है इसलिए आप इस किस्म को हल्की उपजाऊ दोमट मिट्टी में लगा सकते हैं अगर समय की बात करें दोस्तों तो इस किस्म की बुवाई आप अक्टूबर से लेकर 25 दिसंबर तक कर सकते हैं। बाकी बुवाई का औसत समय आप 15 से 20 नवंबर के बीच में कर सकते हैं।

इसका दाना अच्छा और भारी होता है इसकी बाली सुजाता गेहूं या सुपर 303 जैसी लगती है। आपको एक एकड़ में इस किस्म का 40 से 45 किलो बीज बोना चाहिए। कुल मिलाकर राज 4037 गेहूं की किस्म हल्की मिट्टी, कम सिंचित क्षेत्रों के लिए है और अगर थोड़ी कम देखभाल की जाए तो यह किस्म अच्छा उत्पादन भी देती है और अंकुरण में भी काफी अच्छी किस्म साबित हुई है। इसलिए हमारे किसान भाई राज 4037 गेहूं की किस्म बो सकते हैं।

(9) DBW 372 Wheat Variety :-

नौवें स्थान पर हमने DBW 372 किस्म (Wheat Variety) को रखा है, जिसे करण वरुणा के नाम से 2023 में विकसित किया गया है। इस किस्म के पौधे की ऊंचाई 96 सेंटीमीटर होती है, ऊंचाई छोटी होती है, यानी गिरने की समस्या नहीं होती है और अगर अवधि की बात करें तो इसमें करीब 151 यानी 150 दिन लगेंगे।

इस किस्म से आप 30 क्विंटल से 35 क्विंटल की पैदावार ले सकते हैं। लेकिन सिंचित क्षेत्रों और अगेती बुवाई के लिए DBW 372 गेहूं की किस्म सबसे अच्छी किस्म है। इसके 1000 दानों का वजन करीब 42 ग्राम होता है। गेहूं की इस किस्म को आप खाने और बेचने दोनों ही मकसद से बो सकते हैं। ध्यान रहे कि जमीन उपजाऊ होनी चाहिए। सिंचित और अगेती बुवाई के लिए यह किस्म सबसे अच्छी किस्म है। वैसे आप इस 372 गेहूं की किस्म (Wheat Variety) को लगा सकते हैं

(10) श्रीराम सुपर 272 किस्म :-

हमने गेहूँ की खेती के लिए श्रीराम सुपर 272 गेहूँ किस्म (Wheat Variety) को 10वें स्थान पर रखा है। इस किस्म की खासियत यह है कि इसका पौधा लंबे समय तक हरा रहता है। इसका फ्लैग लीफ काफी चौड़ा होता है. पौधे की ऊंचाई भी मध्यम होती है. पौधे की ऊंचाई लगभग 95 से 96 सेंटीमीटर होती है.

गिरने की ज्यादा दिक्कत नहीं होती. पैदावार की बात करें तो एक एकड़ से आपको 24 से 28 क्विंटल तक पैदावार मिल सकती है. इस किस्म के गेंहूँ फसल (wheat crop) को पांच से छह सिंचाई की आवश्यकता पड़ेगी. समय पर बुआई करें। वहीं अगर समय की बात करें तो इस किस्म की बुआई आप 25 अक्टूबर से 25 नवंबर तक कर सकते हैं. एक एकड़ में लगभग 40 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।

श्रीराम सुपर 272 की बाली अच्छी है, बाली थोड़ी लम्बी है और यह किस्म खाने और बेचने के लिए भी सर्वोत्तम है, यह किस्म आपको खाद और बीज की दुकानों में आसानी से मिल जाएगी।

तो दोस्तों इस पोस्ट में हमने 2025 में आने वाले सीजन और आने वाले सालों में अच्छी पैदावार देने वाली टॉप 10 गेहूं किस्मों के बारे में जानकारी दी है। हमारे किसान भाई इन किस्मों को लगाकर बेहतरीन उत्पादन ले सकते हैं।

प्रातिक्रिया दे