Village Superfood Munga Bhaji: मुनगा भाजी (सहजन) छत्तीसगढ़ की पारंपरिक ग्रीष्मकालीन सब्जी है जिसे “चमत्कारी पेड़” भी कहते हैं। जो कि छत्तीसगढ़ की गर्मियों की सुपरफूड है ,जो 300 बीमारियों का इलाज है! जानिए इसके 15 अद्भुत स्वास्थ्य लाभ, पकाने के तरीके और आयुर्वेदिक उपयोग!
गाँव का सुपरफूड, शहरों की डिमांड :-
छत्तीसगढ़ के गाँवों में गर्मी के मौसम में जब तपती धूप चरम पर होती है, तब एक खास पत्तेदार सब्जी लोगों को ठंडक और सेहत देती है – मुनगा भाजी। जिसे पूरे भारत में सहजन, ड्रमस्टिक या मोरिंगा* के नाम से जाना जाता है। यह सिर्फ सब्जी नहीं बल्कि एक संपूर्ण आयुर्वेदिक औषधि है जिसके बारे में कहा जाता है कि यह 300 से अधिक बीमारियों में कारगर है!
Munga/सहजन की पहचान:-
वैज्ञानिक नाम
वैज्ञानिक भाषा में इसे “मोरिंगा ओलीफेरा” (Moringa oleifera) कहते हैं।
भारत में अलग-अलग नाम
राज्य | स्थानीय नाम |
---|---|
छत्तीसगढ़ | मुनगा भाजी |
उत्तर प्रदेश | सहजन |
महाराष्ट्र | शेवगा |
गुजरात | सरगवो |
तमिलनाडु | मुरुंगई |
केरल | मुरिंगा |
पश्चिम बंगाल | सजना |
पेड़ की खासियत
- तेजी से बढ़ने वाला पतझड़ी पेड़ (1 साल में 10-12 फीट तक)
- लंबी, पतली फलियाँ (6-18 इंच) जिन्हें ड्रमस्टिक कहते हैं
- छोटे गोलाकार हरे पत्ते
- सफेद-पीले रंग के सुगंधित फूल
15 जबरदस्त स्वास्थ्य लाभ
- हड्डियों का सुपरफूड: कैल्शियम और फॉस्फोरस से भरपूर – ऑस्टियोपोरोसिस में रामबाण
- एनीमिया का रामबाण इलाज: आयरन की मात्रा पालक से 3 गुना ज्यादा!
- डायबिटीज कंट्रोल: ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित करता है
- पाचन तंत्र का मित्र: कब्ज, गैस, एसिडिटी में राहत
- प्रतिरोधक क्षमता बूस्टर: विटामिन C संतरे से 7 गुना अधिक
- त्वचा और बालों के लिए वरदान: एंटी-एजिंग गुणों से भरपूर
- गठिया दर्द में आराम: सूजन कम करने वाले गुण
- दिल की सेहत का ख्याल: कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करता है
- वजन घटाने में मददगार: लो कैलोरी, हाई न्यूट्रिएंट्स
- आँखों की रोशनी बढ़ाए: विटामिन A गाजर से 4 गुना
छत्तीसगढ़ में कैसे बनाई जाती है मुनगा भाजी?
1. मुनगा की दाल (पिथौरा)
- मुनगा की फलियों को छीलकर
- चावल के आटे में मिलाकर
- लहसुन-मिर्च का तड़का लगाकर
- मक्के की रोटी के साथ परोसा जाता है
2. मुनगा भाजी की सब्जी
- कोमल पत्तों को सरसों तेल में
- लहसुन, जीरा, हींग डालकर
- बेसन या दही मिलाकर बनाया जाता है
3. मुनगा का अचार
- कच्ची फलियों को सुखाकर
- तेल-मसालों में डालकर
- गर्मियों के लिए स्टोर किया जाता है
आयुर्वेदिक उपयोग
मुनगा पाउडर के फायदे:-
- 1 चम्मच सुबह गर्म पानी के साथ लें
- एनर्जी बूस्टर का काम करता है
- शरीर की सफाई करता है
मुनगा तेल के उपयोग :-
- बालों में लगाएँ – झड़ना बंद होगा
- जोड़ों पर मालिश करें – दर्द कम होगा
मुनगा की चाय :-
- पत्तियों को उबालकर पिएँ
- ब्लड प्रेशर कंट्रोल करे
रोचक तथ्य
✔ नासा ने मोरिंगा को “सुपरफूड फॉर स्पेस” घोषित किया है
✔ इसके बीज से पानी शुद्ध किया जाता है
✔ छत्तीसगढ़ में इसे “गरीबों का मल्टीविटामिन” कहते हैं
✔ केरल में इसकी फलियों की सांभर प्रसिद्ध है
प्रकृति का अनमोल उपहार :-
मुनगा भाजी सचमुच प्रकृति का एक अनमोल उपहार है जो स्वाद और सेहत का अद्भुत संगम है। छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में यह सदियों से आहार और औषधि दोनों के रूप में उपयोग की जा रही है। आज जब पूरी दुनिया सुपरफूड्स की तलाश में है, तब हमारे पास यह सस्ता और सुलभ वरदान पहले से ही मौजूद है!
अस्वीकरण :-यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी चिकित्सीय सलाह के लिए योग्य डॉक्टर से परामर्श लें।
सन्दर्भ स्रोत -आयुष मंत्रालय, भारत सरकार,छत्तीसगढ़ कृषि विभाग,नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन,जर्नल ऑफ आयुर्वेद!